नमस्कार दोस्तों, आज एक बार फिर योद्धा ऋषभ पंत(Rishabh Pant) ने साबित कर दिया है कि एक सच्चा क्रिकेटर वही खिलाड़ी होता है जो टीम के लिए अपनी जान कुर्बान करने को तैयार रहता है। कल 23 जुलाई 2025 को खबर आई कि उनके बाएं पैर में फ्रैक्चर हो गया है और स्कैनिंग के बाद डॉक्टर ने उन्हें आराम करने और 6 हफ्ते तक खेल से दूर रहने की सलाह दी है, लेकिन आज जब सबको लगा कि पंत मैच में नहीं आ पाएंगे तो उन्होंने सबको चौंका दिया, इसलिए वह खेले, उनके खेलने के दृढ़ संकल्प ने सभी को अभिभूत कर दिया और सभी दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया।आज टीम के लिए शानदार 54 रनों की पारी खेल गई है.

Fracture (फ्रैक्चर) ki story :
- मैच के पहले दिन बल्लेबाजी करते समय ऋषभ के बाएं पैर में गेंद लग गई थी, इसलिए वह उसी दिन मैदान छोड़कर चले गए थे।
- पंत तुरंत स्कैन के लिए गए और वहां उन्हें स्कैन में पता चला कि उनके पैर में फ्रैक्चर है।
- डॉक्टर ने उन्हें साफ तौर पर कहा कि उन्हें “6 हफ्ते तक पूरा आराम करना होगा”।
- लेकिन पंत का जस्बा देखिए, वह कहते हैं, ”टीम पहले है, दर्द बढ़ गया है.”
- आज स्टेडियम में टीम के लिए शानदार 54 रनों की पारी खेली गई है.
Aaj Ka Match Moment :
- लेकिन आज मैं अपने पैरों पर विशेष सुरक्षा कवच लगाकर बल्लेबाजी करने आया हूं।
- लेकिन पंत थोड़ा लंगड़ा रहे थे, लेकिन शॉर्ट्स फाइटर की तरह जेसी शानदार खेल रहे थे
- विकेट गिरने के बाद जब उनका नाम स्कोरबोर्ड पर दिखा , तो ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम “पंत! पंत! पंत!” के नारों से गूंज उठा।
- उनके लड़ाकू व्यक्तित्व ने टीम में एक अलग ऊर्जा और प्रेरणा ला दी है।
Physically Dard, Emotionally Strong:
- लेकिन मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ये सिर्फ एक फ्रैक्चर है मैं चाह रहा था कि टीम को इस वक्त छोड़े ना जाउ”।
- पंत का यह अंदाज सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय है और वायरल हो रहा है – प्रशंसक कह रहे हैं कि “यह एमएस धोनी का उत्तराधिकारी है“।

Past Injury Se Fight Back:
- दोस्तों, क्या आपको याद है कि दिसंबर 2022 में उनका एक बड़ा कार एक्सीडेंट हुआ था.
- इसके बाद उनका उसी क्रिकेट में वापसी करना लगभग असंभव सा लगने लगा था।
- लेकिन कहते हैं न कि लड़ने वाले ही होते हैं, उन्होंने पुनर्वास किया, कठिनाइयों का सामना किया और मई में भारतीय टी-20 विश्व कप टीम में वापसी की।
Ek Fighter Jo Kabhi Na Hara Jindagi KE kathnayio se !!!
फाइटर ऋषभ पंथ जेसी क्रिकेटर भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणा हैं, फ्रैक्चर के बाद भी मैच खेलना शारीरिक मजबूती नहीं बल्कि मानसिक मजबूती की बात है और ‘ये दिल से लुहान वालो का काम होता है’.
आज पंत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि – “चोट लगे, दबाव पड़े, पंत हर झटके पर छक्का जड़ता है!“
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